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पृष्ठ:बीजक.djvu/७६३

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क्रय्यपुस्तकें-( भाषा काव्य.)

नाम । की. ९. आ. रामरसायन रामायन-रसिकविहारीकृत ... ... ... .... ४-० रसिकप्रिया सटीक ••••••••••••••••••• १-४ रामचंद्रिका सटीक कवि केशवदास प्रणीत ... ... ... २-० काव्यनिर्णयभाषा छन्दबद्ध [भिखारीदासकृत] मनहरण छन्दोंमें कठिन | ( अलंकार ) वर्णन... ... ... ... .... १-४, जगदिनोद [ षवाकरकृत नायकाभेद ].. .... । रसराज [ मातरामकृत नायकाभेद ! ... ... .. ब्रजविलास बड़ा मोटेअक्षरका टिप्पणीसहित ... ... ... ५-० ब्रजविलास मध्यमअक्षर टिप्पणी सहित विलायती जिल्द ग्लेज .... २-० तथा रफू कागजका ••••••••• ब्रजविलास छोटा अक्षर ग्लेज ....... ... ... १-० । , रफ्... ••• •.. ०-१३ ब्रजचरित्र ( श्रीराधाकृष्णजीकी सर्वलीला सुगम दोहा चौबालोंमें वर्णित हैं )... ... •••••••••• ••• .... ३-० प्रेमसागर बडा ग्लेज कागजका... ... ... : ... १-८ प्रेमसागर बड़ा रफ् .... .... .... ... ... ... १-४ भक्तमाला रामरसिकावली बड़ी विधिपति महाराज रघुराजसिंहकृत। अत्युत्तम छन्दबद्ध जिसमें चारोंयुगोंके भक्तोंकी भिन्न २ कथा हैं। और यह द्वितीयावृत्ति उत्तर चरित्र समेत अत्युत्तम नई छपी है ४-० रामस्वयंवर श्रीमहाराजारघुराजसिंहकृत ( काव्यदेखनेयोग्य ) ... ४-८ रुक्मिणीपारणय-महाराज श्रीरघुराजसिंहजूदेव प्रणीत ... ... १-८ भक्तमाल नाभाजीकृत सटीक ( छन्दबद्ध ) ... ... ... १-४ महाभारत भाषा सवलासँहकृत-तुलसीदासजीके रामायणकी रीतिसे दोहा चौपाईमें १८ अठारहपर्व ... ... ... ... ... ३-८