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पृष्ठ:भट्ट-निबन्धावली.djvu/५६

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. भट्ट-निबन्धावली, - उनकी वज्र-भाषी कटु वाणी इस बात का चिन्ह है कि वे नरक झेल कर आये हैं और मर कर फिर नरक में जायेंगे। इसी के विरुद्ध एक ऐसे भी सुकृती जन हैं जो अपनी मीठी बोली से मन खींच लेते हैं । धन्य हैं वे स्वर्गगामी जन, इत्यादि जिह्वा के सम्बन्ध में ज कुछ वक्तव्य था हमने सब कह सुनाया। . जुलाई १८६५