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भामिनीविलासः।
दुष्ट रंडापुत्र (इनका) हरण करैंगे इस शंका से अपने पद्यरूपी रत्नौं की यह पेटी मैने बनाई।
भामिनीविलास के शांत नामक चतुर्थ विलास का प्राकृत भाषांतर समाप्त हुआ।
गीतगोविन्द भाषाटीकासहित छापके तैयारहै कि॰ १ रु॰
पुस्तल मिलनेका ठिकाणा
खेमराज श्रीकृष्णदास
श्रीवेङ्कटेश्वरछापाखाना बम्बई.