पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास.djvu/१५९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।
[१५१]


अमीर बाग़ी हो गये पर सलीम शाह ने उनको दबा दिया और फिर कोई दंगा फ़साद न हुआ। शान्ति हो जाने पर उसने भी अपने बाप के समान बड़ी योग्यता से राज किया। यह लम्बे डील का सुन्दर और बुद्धिमान जवान था; विद्या और विद्वानों का प्रेमी भी था। इसने नौ बरस तक राज किया।

सलीम शाह।

१०—सलीम के मरने पर उसका छोटा बेटा फीरोज़ सिंहासन पर बैठा पर तीन ही दिन राज करने पर अपने चचा मुबारज़ खां के हाथ से मारा गया। मुबारज़ खां आदिलशाह के नाम से बादशाह हुआ। थोड़े ही दिनों राज करने पर इसके व्यवहारों से प्रगट हो गया कि यह राजकार्य करने का सामर्थ्य नहीं रखता। इसने कुल खज़ाना नाच रङ्ग में उड़ा दिया और एक नीच जाति के हिन्दू को जिसका नाम हीमू था अपना मित्र और सलाहकार बनाया। अफ़ग़ान अमीर बड़े अभिमानी थे। उन्हों ने चारों ओर बिगड़ना और फ़साद मचाना आरम्भ किया। हुमायूं को जब यह समाचार मिला तो उसने बिचारा कि राज के फिर ले लेने का अवसर यही है। वह काबुल से चला और दिल्ली और आगरे का बादशाह हो गया। पर मौत ने उसे अधिक राज करने न दिया और जैसा पहिले लिखा जा चुका है वह शीघ्र ही मर गया।