पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास भाग 1.djvu/१३९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

भारतवर्षका इतिहास

-

अङ्गदेश अर्यात् . समय के प्रसिद्धराज्योंमेंसे चार राज्योंका विशेष रूपसे उल्लेख मिलता है:- (१) मगध, इसकी राजधानी राजगृह थी। यही वादको पाटलिपुत्र यन गई। यहां पहले राजा विम्बिसारने राज्य किया और उसके पीछे अजातशत्रुने। इस वंशका प्रवर्तक ईसाके ६४२ वर्ष पूर्व यनारसका शिशुनाग नामक एक राजा था। पिंथि सार उस चंशका पांचवां राजा था। उसने वर्तमान मुंगेर और भागलपुरको शीतयार अपने राज्यमें मिला लिया। ईसाफे ५५४ वर्ष पूर्व अजातशत्रु अपने पिता थियि. सारके सिंहासनपर बैठा। उसने २७ वर्ष राज किया। उसने सोन नदीपर पाटलि नामका एफ दुर्ग बनाया। यही पीछेसे पाटलि-पुत्र हो गया। इसकी माता प्रसिद्ध लिच्छवी जातिकी थी और भार्या फोशलफी राजकुमारी थी। अजातशत्रु पञ्चात् उसका पुत्र दर्भक ईसासे ५२७ वर्ष पूर्व "सिंहासनपर बैठा। फिर उसके पश्चात् उसका पुत्र उदयन ईसासे ५०३ वर्ष पूर्व राजा बना। इस राजाने गङ्गा-तीरपर पाटलिपुत्रसे, पुन्छ मील दूर, फुसुमपुर नामक एक नगर बसाया। (२) दूसरा राज्य उत्तर-पश्चिममें कोशलका था। इसकी: राजधानी सावत्यो रापती नदीके तटपर पर्वतके मञ्चलमें के स्थित थी। (३) तीसरा राज्य कोशलसे दक्षिणयी ओर वत्सोंका था। इसको राजधानी यमुनापर कौशाम्बी थी। इसमें परन्तप- का पुत्र उदयन राज्य करता था। (४) चौथा राज्य इससे भी दक्षिणमें अवन्तिका था। इसकी राजधानी उज्जयनी थी। वहां राजा चएडप्रयोत (पजोत ) राज करता था। 11