४३२ भारतवर्षका इतिहास मक क्रिण्डलने उनका अंगरेजी अनुवाद 'Indica of Megas- thenes and Arran' नामले प्रकाशित किया है। मक क्रिण्डल SI TU TE-Ancient India Its Invasion by Ale- ander the Great etc, Ancient India as described by Ptolemy--by Ktesias Classical writers. पहली शताब्दीमें एक लातीनी व्यापारी भारतवर्ष में आया था। उसको अत्यन्त उपयोगी पुस्तकका अनुवाद Schoff ने Periplus of the Erythrean Sea के नामसे किया है। भारतवर्षके उस समयके व्यापारका उसमें पूरा वर्णन है। चीनी यात्रियोंके ग्रन्थोंमेंसे फाहियानका सबसे उत्तम अनु- वाद Legge का किया हुआ है। हिन्दीमें जगमोहन धर्माने माहियान और सुगयुनका चीनी भापाले नया अनुवाद किया है। इत्सिङ्ग का अनुवाद अगरेजीमें डाकृर ताकाकुसुने किया हैं। चेटर्सने यूमनच्याङ्गके भ्रमण-वृत्तान्तका अनुवाद दो भागोंमें Juan Chwangs Travelsके नामसे किया है। उसीकी यात्रा और जीवन-चरितका तथा मुयुनके भ्रमण वृत्तान्तका अनुवाद सेम्यूएल वीलने na atan Siyuki or the Buddhist Records, of the Western World eitt Life of Hjeune Tsang. नामसे किया है। सोलहवीं शताब्दीमें तारानाथ नामके एक भारतीय चौद्ध भिक्षुने तिब्बती भाषामें वौद्ध धर्म का इतिहास लिखा था। उसका जर्मन अनुवाद हो चुका है। चीनी ऐति- हासिकोंके अन्योंसे भारतीय इतिहासपर अभी और प्रकाश पड़ सकता है। पेंच विद्वानोंने इस सम्बन्ध में अच्छा काम किया है। प्राचीन घुनन और तुर्किस्तानसे ब्राही और खरोष्ठी लिपि- .-१का हिन्दी अनुवाद में कर चुका है। पर वह अभी प्रकाशित नहीं में मका-साराम।
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