पृष्ठ:भारतवर्ष का इतिहास 2.pdf/१३३

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भारतवर्ष महारानी सम्राशो के शासनाधीन १२३ पाने का प्रयत्न किया, किन्तु जनरल रावर्ट (जो पीछे से लार्ड बनाये गये ) शीघ्र ही काबुल से कन्धार जा पहुंचे और उन्होंने उसे भगा दिया। अफजल खां का सब से बड़ा पुत्र अबदुल रहमान राज्य का वास्तविक अधिकारी था, उले अमोर अफगानि- स्तान बनाया गया। इसका सन् १६०२ ई० में देहान्त हुआ और उसकी जगह उसका बेटा हबीब उल्ला अमोर बना। ६-लार्ड रिपन को भारत- वासियों ने बहुत पसन्द किया । जिन पर वह बड़े दयालु थे। जैसा कि हम पहले देख आये है सर चार्लस मेटकाफ ने एक "वर्नेकुलर प्रेस ऐक्ट" बनाया था, ( देखो अध्याय ६७) जिससे भारतीय समाचारपत्रों को इस बात को पूरी पूरी स्वतन्त्रता थी कि जो कुछ वह चाहें लिखें, किन्तु उनके किसी लेख से किसी को अनुचित कट न लार्ड रिपन पहुंचे। लार्ड लिटन के शासन काल में यह स्वतन्त्रता कुछ छोन ली गई थी, कारण यह कि समाचारपत्रों ने इसका अनुचित प्रयोग किया था। लार्ड रिपन ने लार्ड लिटन के ऐक्ट को रद करके समाचारपत्रों को फिर पूरी पूरो स्वतन्त्रता दे दी, और कहा कि यदि कोई समाचारपत्र कानून के प्रतिकूल कुछ करेगा तो उसपर न्यायालय में मुकदमा चलाया जायगा, और यदि वह दोषी सिद्ध हुआ तो उसे दण्ड मिलेगा। ७-लार्ड रिपन ने भारतवासियों को सेल्फ गवर्नमेण्ट (स्वराज्य वा होम रूल) के भी कुछ अधिकार प्रदान करने का