पृष्ठ:भारतेंदु नाटकावली.djvu/१९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ प्रमाणित है।

(११)

मथुराप्रसाद चौधरी ने साहसेंद्र-साहस (मैकबेथ का अनुवाद); पं॰ प्रतापनारायण मिश्र ने कलिकौतुक रूपक, कलिप्रभाव, हठी हमीर तथा जुवारी खुवारी; राव कृष्णदेव शरणसिंह 'गोप' ने माधुरी; बा॰ तोताराम ने केटाकृतांत; पं॰ केशवराम भट्ट ने उर्दू मिश्रित शमशाद सौसन तथा सज्जाद सुंबुल; पं॰ अम्बिकादत्त व्यास ने ललिता नाटिका, गोसंकट, देवपुरुष-दृश्य, मरहट्ठा तथा भारत सौभाग्य; अमनसिंह गोटिया ने मदनमंजरी और बा॰ राधाकृष्णदास ने दुःखिनी बाला, पद्मावती तथा प्रताप नाटक लिखे। पं॰ बालकृष्ण भट्ट ने पद्मावती, शर्मिष्ठा तथा चंद्रसेन लिखा। पं॰ देवकी नंदन त्रिपाठी ने जयनारसिंह की, होली खगेश, चक्षुदान, कलियुगी विवाह, जनेऊ आदि प्रहसन लिखे। शीतलाप्रसाद त्रिपाठी ने जानकी मंगल तथा बा॰ बालेश्वर प्रसाद ने वेनिस का सौदागर लिखा।

भारतेन्दुजी की मृत्यु पर यह नाटक-रचना की परंपरा कुछ रुक रुक कर चलती रही। बंगला से अनुवाद करने की प्रथा निकली। बा॰ राम कृष्ण वर्मा ने कृष्ण कुमारी, पद्मावती तथा वीर नारी नाटको का; बा॰ उदितनारायण लाल वकील ने सती नाटक तथा अश्रुमती का और पं॰ ब्रजनाथ ने 'एई की सभ्यता' का अनुवाद प्रकाशित कराया। पं॰ रविदत्त शुक्ल ने देवाक्षर चरित, पं॰ कमलाचरण मिश्र ने अद्भुत नाटक, कामभस्म नाटक आदि, देवीप्रसाद शर्मा ने बालविवाह, पं॰ अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध' ने रुक्मिणी-परिणय नाटक, बा॰ ठाकुरदयाल सिंह ने मृच्छकटिक तथा मर्चेंट आव वेनिस के अनुवाद किए। मझौली नरेश खड्ग बहादुर मल्ल ने रसकुसुमायुध,