पृष्ठ:भारतेंदु समग्र.pdf/९५५

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गये है. पर दांत नहीं टूटे, गालन पे सुंदर गलमया है और आठ लाख गऊ है और लाल वस्त्र पहिने हैं। ताद बड़ी है. छाती ऊंची है, वस्त्र नोलो पहिरे हैं. इनकी स्त्री को नाम श्री यशोदा है, जिन को अंग कछुस्यूलर -***% वंशवृक्ष महाबाहु पानाम को बहो मान है। गांव में जो कछवाह को धर्म वा साइत वा औषधी पानी होय तो इन सा आय के पूछे। इन्हें भगवहात्सल्य सिह है और ब्रज के सब गांव की देव पितर कोरीति जो कोई करे सो इन सा पूछिके करें। केशी दैत्य के भय सो बुन्दावन मोड के महावन में सब भाइन के साथ नन्दिनी श्यामादेवी तुगी है। इन 1 चिन्न 1 देवमोढ़ सुजन्य पर्जन्य अर्जन्य राजन्य नन्दन सुनन्दा उपनन्द अभिनन्द नन्द सुनन्द सुबाहु श्रीकृष्ण सुघल तोककृष्ण श्रीकृष्ण अध उपनंद जी को वर्णन । उपनन्द जी श्री नंदराय जी के साथ भाइन में बड़े है । गाँव में इन करै है। इनकी स्त्री को नाम गऊ और लाखन हाथी घोड़े इन के पास है। वर्ण गौर, दाढ़ी श्वेत और नाभि तक लंबी है और हरे रंग को वस्त्र पहिने है और नव लाख अथ अभिनंद जी को वर्णन निकोपर्ण गौर है, शरीर पुष्ट और बलवान, केश सन श्वेत हो अथ नंद जी को वर्णन । श्री नंदराय को वर्ग गौर है ; केश कछु स्याम और श्वेत मिजुणा है। र साँवरो है । फूलनासो वेनी सदा गूंथी रहै और वस्त्र पीरो पहिने । और इन को नेहर को नाम देवकी नंदराय जी के ७२0000000 बहत्तर करोट का है और भैस बकरी बहुत है । भाइन के हिस्सा में श्री युगुलसर्वस्य ९११ और 1 श्री