पृष्ठ:भारत की एकता का निर्माण.pdf/१२९

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भारत की एकता का निर्माण पूरी तरह साथ दिया। आप जानते हैं कि मैं गुजरात से आता हूँ। उधर के जामनगर से पहले मैं बहुत लड़ा। तब ब्रिटिश हुकूमत थी। लेकिन आज मेरी और उनकी इतनी मुहब्बत है कि हम दोनों सगे भाई जैसे हो गए हैं। क्योंकि आखिर वे भी समझ गए और में भी समझ गया कि हिन्दुस्तान की सलामती न हो, तो न राजाओं की सलामती है और न हमारी सलामती है । हमारी इज्जत छोटी-छोटी रियासतों में राज्य करने से नहीं बनती, लेकिन अगर दुनिया में हिन्दुस्तान की इज्जत बड़े, तो उसमें हमारी भी इज्जत बढ़ती है और राजाओं की भी इज्जत बढ़ती है । तो हमारा पहला फर्ज है कि हम हिन्दुस्तान को मजबूत कर दें। तब हम इसे दुनिया के बड़े मुल्कों की कतार में खड़ा कर सकते हैं। इस काम में जितना समय हम बिगाड़ेंगे, वह हमारा ही कसूर होगा। उसमें हमारी ही गलती होगी, हमारा गिला होगा। हमें इस काम में अधिक-से-अधिक जल्दी करनी है। कई लोग कहते हैं कि हिन्दुस्तान की रियासतों में छ: महीने में ही जो क्रान्ति हो गई है, वह एक बड़ा भारी विप्लव हो गया है। वे कहते हैं कि इस काम में बहुत जल्दबाजी की गई है । दूसरी तरफ़ आपको यह समझना चाहिए कि हिन्दोस्तान में जो आजादी का दिन आया, वह एक दिन एक सदी बराबर था। आप देखिए कि आज दुनिया कैसी हालत में पड़ी हुई है । जो मुल्क लड़ाई में पड़े हुए थे, उनकी क्या हालत हुई है ? जो बड़ी-बड़ी सल्तनतें दुनिया पर राज करती थीं, उन का क्या हाल हुआ है ? इस अस्थिर दुनिया में हम थोड़ी स्थिरता से बैठ सकते हैं, जरा शान्ति से बैठ सकते हैं, तो यही सन्तोष की बात है। राजाओं का तो धर्म है कि वे रैयत का साथ दें। रैयत के लिए इस काम में धीरज रखना ठीक है। मगर कभी-कभी वह अधीर हो जाती है। कभी-कभी हम गुस्सा भी करते हैं कि इन लोगों को कैसे राज्य सुपुर्द किया जाए। लेकिन चाहे जो कुछ भी हैं, वही हमारे लोग हैं। वे चाहे जैसे हैं, हमें उन्हीं को ठीक करना है । इसलिए हमारा, हिन्दुस्तान की सरकार का काम है कि वह रियासतों की प्रजा को उन्नत करे। यह काम हम दो प्रकार से कर रहे हैं: एक तो रिया- सतों को आपस में मिला कर उन का एक राज्य बना देना और दूसरा यह कि छोटी-छोटी रियासतों को उनके आस-पास के प्रान्तों में मिला देना। इस तरह नए बड़े यूनिट ( इकाई ) बनाकर, बड़े-बड़े प्रान्त बनाकर, इन रियासतों को हम बड़े भारत का अंग बना रहे हैं। साथ ही हमारा दूसरा बड़ा कर्तव्य यह है