पृष्ठ:भारत के प्राचीन राजवंश.pdf/२०

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
( २० )

________________

किंगाम अमिती निया निता है। इस मिगल इन इतिहास में शवह नाह मिठ मनी है। बैंगलम वैद्य हा स्वामी मही है वायरथ भी है, जिना यन्म न्यदोष निले पाकरगामें मुराललानौरे पहरेग चला आता था । पर अरिजी अमलदारीमें करता नियादा हानेर परवाद हा गया है। भाइने अम्पसमें नीचे लिये सेन्वा राजामेया ..६ परम ता राम कग्दा सिसा है-- १ मुमगैन शासन (पीमा रिला इर्मका यन्तायाम) समानसन मापवसेन ५ बसन ६ मदान • राजा नोपा ( दनो मापद) पर तमा नोना मर गया तब राय लवमन्सनका बेग उसमगा राना हुआ। उनका रानवाना नदियामें थी। ज्योतिपियों ने उसका राव और पन परटे हानेकी सनर नी थी और सामुदित सासरे अनुसार इन कामावा बाबाला बम्नियर धिनी चलाया था 1 यह बस्तियार मुलान गाउन मेराका गुलाम था और निर्फ १८ समारोसे विहार उसे बड़े सूबरो फतह पर नपा था। राजा नेता ज्यातिपयों में रहने पर ध्यान नही दिया पर लोग बहनो मारे मदियास निकल भाग और अपने साथ ही दगारों को भी कामरप और मानांषमाझी तरफ ले गय 1 पद मुन जब खिलक्षिा वगालम जया तब राणाका भा राना पता जिलजीन मरियमो चाकर रखनाती बसाई जिरानी व रोपा रख मनन काल गया था। मुलतान कुलगुसन ऐश्मने भी जो सत्र १. स शहाबुमन गोरमा कायमराय था, लखनाताको बतियारसी बार्शरम हिरा दिया। अनुपईनी मददगे रखतियारले समन् १00 में बिहार भार राबत् १0 में (१) पायरयकुलादपत्र (बगला),