पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज.pdf/१४८

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सिन्ध पर अंगरेज़ों का क़ब्जा़

सिन्ध पर अंगरेजों का कब्जा १२३१ और अधिक संयमी सदाचार का घमण्ड है, सिन्ध के अमीर एक आदर्श हैं । मीर रुस्तम खाँ के विषय में ईस्टविक लिखता कि-"मीर रुस्तम प्रेम और श्रादर के योग्य मनुष्य था मीर रुस्तम न xx x उसके अन्दर मानव सहृदयता भरी हुई की स्यु थी, बद , शान्त स्वभाव, दयावान श्रीर इद दजे का सहनशील था ।’ अमीरों के उच्च और आदर्श चरित्र के विषय में इससे अधिक सम्मतियाँ उद्धृत करने की आवश्यकता नहीं है । पूना जेल के अन्दर मीर रुस्तम खाँ की शोकजनक म्यु को वर्णन करते हुए ईस्टविक लिखता है "के के के मीर रुस्तम के जीवन प्रान्त दिनों को उन तो प्रार्थों कैद ने कटुखा कर दिया था जिनके ऊपर उसने इतने अधिक उपकार किए थे । शीन ही प्रख्याचारों के इस खेर के नीचे दय कर बूढ़ा मीर रुस्तम समाप्त हो गया है’’ ईस्टविक लिखता है कि मीर रुस्तम खाँ के के पिता मीर सोहराब भूफी म्ल्यु सौ वर्ष को प्रायु में गिर कर हुई थी । मीर सोइराब कभी थ • 81 observe, theretore, in reply to your quarythat the Amirs are the most temperate of men, wigidiy abstaining from wine and overny kind of iquor while to soking also, they have a strong axersion and can not even endure tho smell of tobacco. In regard, therelore, to SInoking and drinking, he Amirs are examples to nost of us, who boast a higher civilization, and a more self-denying norality .' -Dry' Ltate jor arrns Egypt p. 286. ७८