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दिल्ली, पंजाब और बीच की घटनाएँ

विल्लो, पाव और बीच की घटनाएँ १३ , रवैया बेगम ने रोटियों से मोहताज होकर दिल्ली के हुसेनी एक बाघरची से शादी कर ली । बहादुरशाह की एक दूसरी बेटी फातमा सुल्तान ईसाई पादरियों के एक जनाने स्कूल में नौकरी करने लगी। जो शहजादियाँ अपने घरों में बैठ कर हजारों रुपये की ख़रात करती थीं वे चन्द महीने के अन्दर दृश्वर्टर भीख माँगती दिखाई देने लगीं। सम्राट बहादुरशाह, बेगम जीनतमइल औौर शहजादे जयघब्त 0ि को कैद करके रहून से दिया गया j रहूम में सम्राट का निर्वासन अंगरेज की कैद के अन्दर सन् १८६३ में सम्राट और प्रन्स बहादुरशाह की मृत्यु हुई और उसके साथ साथ दिल्ली के राजकुल का अन्तिम चिन्ह संसार से मिट गया। '