पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/४६५

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प्रथम लॉर्ड मिण्टो

प्रथम लॉर्ड मिण्टो. म६६ बीच वैमनस्य के कारण और बढ़ गए। ब्रिटिश भारत और उसके भावी आक्रामकों के बीच में पंजाब एक दोवार हो गया; और अंगरेजी राज के विस्तार के लिए सतलज तक का मैदान साफ़ हो गया। लॉर्ड मिण्टो ने एलफिन्सटन को अंगरेज़ सरकार का विशेष । दूत नियुक्त करके अफ़ग़ानिस्तान भेजा । मैलकम । ईरान में था, उसने वहाँ के बादशाह बाबा खाँ अफ़ग़ानिस्तान " को अफगानिस्तान के विरुद्ध भड़काया। मेटकाफ़ ने पंजाब में महाराजा रणजीतसिंह को अफ़ग़ानिस्तान पर हमला करने के लिए उकसाया, और एलफिन्सटन ने अफ़ग़ानिस्तान में शाहशुजा को ईरान के साथ लड़ाने का पूरा प्रयत्न किया। ___ एलफिन्सटन के भेजे जाने का उद्देश यह बताया गया कि फ्रान्स और रूस मिल कर भारत पर हमला करने वाले हैं और उस अापत्ति का मुकाबला करने के लिए अंगरेजों और अफगानिस्तान में मित्रता कायम करने की ज़रूरत है। महाराजा रणजीतसिंह के इलाके से नीचे नीचे उस बचाते हुए बीकानेर, बहवलपुर और मुलतान के रास्ते होता हुआ एलफिन्सटन २५ फ़रवरी सन् १८०६ को पेशावर पहुँचा। __प्रारम्भ में अफ़ग़ानिस्तान के बादशाह और वहाँ के दरवार ने एलफ़िन्सटन को अपने देश में आने की इजाज़त न दी। एलफिन्सटन को कुछ दिनों मुलतान में रुकना पड़ा। इसका कारण यह था कि अफ़ग़ानिस्तान में उस समय आपसी लड़ाइयाँ और