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पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज (दूसरी जिल्द).djvu/५५९

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तीसरा मराठा युद्ध

तीसरा मराठा युद्ध ६३ बिमा एक दूसरे पर हमला किए उन झगड़ो को हमारी सरकार के सामने पेश करें x x x यदि दिल्ली के दरवार को अपने अधिराज होने का कोई दावा है तो उस दावे को नष्ट करना भी हमारी इस योजना का निस्सन्देह एक अङ्ग होगा । इस योजना को पूरा करने के लिए समय और उचित परिस्थिति की आवश्यकता है।" बात यह थी कि नेपाल युद्ध के साथ साथ कम्पनी की आर्थिक कठिनाई बहुत अंश तक दूर हो चुकी थी। ढाई करोड़ की रकम, जो नैपाल युद्ध के लिए अवध के नवाव से ली गई थी, कुछ खर्च हो चुकी थी और कुछ शायद अभी तक बाकी थी। इसके अतिरिक नेपाल का जो इलाका कम्पनी को मिला था युद्ध समाप्त होते ही कम्पनी के अफसरों ने उसका जी भर कर शोषण किया। इस शोषण के अतिरिक्त कम्पनी की सालाना श्रामदनी में भी नए इलाके के कारण फ़रीब एक करोड़ वार्षिक की वृद्धि हो चुकी थी। हेस्टिंग्स के पास अब नई समाएँ जमा करने और कम्पनी की साम्राज्य पिपासा को शान्त करने के लिए काफ़ी धन मौजूद था। भारत के अन्दर सब से बड़ी ताकत, जिसे अपने अधीन • "Our object ought to be, to render the Britush Government para- mount in effect, if not declaredly so We should hold the other states as vassals, in substance, though not in name First, they should support it with all their forces in any call Second, they should submit their mutual differences to the head of the confederacy (our Government) without attacking each other's territories, The completion of snch a system, which must include the extinction of any pretention to pre-eminence in the Court of Delhi, demands time and favourable concedences "-Private Journal of the Marquess of Hastings, February 6th, 1814, p. 30.