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पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/२०६

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पुस्तक प्रवेश

PORNORAM पुस्तक प्रदेश मुन्शी श्रीराम ने अपनी पुस्तक में उर्दू के अनेक हिन्दू कवियों की सूची दी है। हिन्दी, मराठी, बङ्गला इत्यादि ससस्त भारतीय भाषाओं पर मुसलिम शासन, फारसी और नुरकी शब्दों और मोहावरों का अभी तक अमिट प्रभाव मौजूद है। साहित्य और विज्ञान की उन्नति विज्ञान के मैदान में भी भारत की वैद्यक, गणित और ज्योतिष ने प्रारम्भ के दिनों मे अरब विचारों और अरब पुस्तकों द्वारा यूनानी वैज्ञानिक विचारों से अपने ज्ञान कोष को खासी उन्नति दी। सनवीं सदी के अन्त ण अठारवीं सदी के शुरू में महाराजा जयसिंह ने हिन्दू पञ्चाङ्ग का सुधार करने के लिये जयपुर, मथुरा, देहली और बनारस में मान मन्दिर बनवाए और अरबी ग्रन्थ 'अलमजस्ती' का संस्कृत में अनुवाद कराया। भारतीय वैद्यक ने अनेक नई चीज़, खासकर तेजाबों और कीमिया के क्षेत्र में, अरबों से सीखीं। कई तरह के नए धंधे मसलन काग़ज़ बनाना, कलई करना, चीनी मिट्टी के बरतन और कई तरह के धातों के काम भारत मे मुसलमानों के समय से प्रचलित हुए । इसी तरह वस्त्रों, भोजन, सङ्गीत, रहन सहन इत्यादि में भी मुसलमानों के समय में भारतीय जीवन में गहरे और बहु- मूल्य परिवर्तन हुए। वास्तव में जैसा हम उपर लिख चुके हैं, भारत के अन्दर उस समय जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में एक नई समन्वयात्मक सभ्यता का विकास हो रहा था, जो न हिन्दू थी न मुसलमान, न वैदिक थी न बौद्ध, बल्कि जो शुद्ध भारतीय थी, इन सब अलग अलग सभ्यताओं के मेल से बनी थी और जो