पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/२३

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की हत्या--विद्रोही रायोबा और अंगरेज-पूना में दूसरे पेशवा की नियुक्ति -~~-पहले मराठा युद्ध की जड़-अंगरेजों की पहली हार-~-अंगरेज़ों और गायकवाड़ में सन्धि-वारन हेस्टिग्स की दोरनी चाले-मराठों को सन्देह -~-हेस्टिंग्स की युद्ध की तय्यारी-पुरन्धर की सन्धि-~-अंगरेज़ों की सन्धि तोड़ने की कोशिशें कलकत्ते से अंगरेज़ी सेना का कृच-बरार के राजा को फोड़ने के प्रयत्न-~-बम्बई से कम्पनी की सेनाताले गाँव की लडाई- अंगरेजों की दोबारा हार और दूसरी सन्धि- दूसरी सन्धि का उल्लंघन-- महारानी अहल्याबाई-अंगरेज़ों का सीधिया से झूठा वादा-सौंधिया और राघोबा के साथ गुप्त सन्धि-सीधिया के साथ विश्वासधान-समम्न भारतीय नरेशों को मिलाने की नाना की कोशिशे-दिल्ली सम्राट के नाम नाना का पन्नतीसरी बार अंगरेजों की हार-राना गोहद, मूदा जी भोंसले और निजाम का अंगरेज़ों का साथ देवा हैदरअली के अंगरेजों पर हमले--अंगरेज़ों की ओर से हैदर से सन्धि की कोशिशे--सालबाई में मराठों से सन्धि-पहले मराठा युद्ध का अन्त । पृष्ट २६४-३०७ नयाँ अध्याय हैदरअली हैदरअली का जन्म-मैसूर की सेना में उसका भरती होना हैदर का दैव नियुक्त होना-सम्राट की ओर से सीरा का सूबेदार-शासन प्रबन्ध और सुधार-अंगरेजों के साथ हैदर की पहली लडाई-हैदर की विजय- उदारता--अंगरेजों के व्यवहार के साथ तुलना-~~-टीपू का सद्रास पर