पृष्ठ:भारत में अंगरेज़ी राज - पहली जिल्द.djvu/२४

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हमला-हैदर के साथ निज़ाम का विश्वासघाल-हैदर की माँ-नियम वाड़ी और आम्बूर में हैदर की विजय-अंगरेजों की हार पर हार- मंगलोर मे टोपू की बिजय-हैदरयली मद्रास के फाटक पर--हैदर और बादशाह तीसरे जार्ज में सन्धि-हैदर और नवाब अरकाट मै सन्धि- मद्रास किले के फाटक पर हैदर की विजय के उपलक्ष में एक सन्धि- अंगरेजों का सन्धि तोड़ना-हैदर और नाना मे सन्धि----हैदर का करनाटक विनय करना-पूरिमपाक की लडाई-- अरकाट की विजय-हैदर की उदारता--हैदर की लगातार जीत-अंगरेज़ों का भय-हैदरअली की अचानक मृत्यु-युद्ध का नन्त-हैदर का चरित्र--उसका पद-उसकी जलसेना- उसकी धार्मिक उदारता-हैदरअली और शङ्कराचार्य-हैदरअली का न्याय ...-उसकी वीरता-सादगी-प्रजापालकता-खुशहाली। पृष्ठ ३०८-३६३ दसवाँ अध्याय सर जॉन मैकफरसन करनाटक के नवाब मोहम्मदअली और अंगरेज़ों में सम्बन्ध-मोहम्मद अली के साथ कम्पनी की ज़्यादती-मैकफरसन के कृत्य और चरिन्न । पृष्ठ ३६४-३६८ ग्यारहवाँ अध्याय लॉर्ड कार्नवालिस गवरनर जनरल के नए अधिकार-टीपू सुलतान से अंगरेजों को भय- टीपू के साथ युद्ध की तय्यारी-उस पर हमला-अंगरेजों की लगातार हार-