यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
२८६ की स्थापना करली थी। वह भी बीजापुर को तंग कर रहा था। उसने उसके ज़बरदस्त सरदार अफ़जलखाँ को मार डाला था। अन्त में औरंगज़ब ने स्वयं ही दक्षिण विजय की यात्रा की, और वह २२ वर्ष तक वहीं लड़ता रहा । फिर अन्त में वहीं मरा भी। इसने गोलकुण्डा और बीजापुर दोनों राज्यों को मुग़ल साम्राज्य में मिला लिया।