पद्दू कोडाई यह राज्य उत्तर-पश्चिम में त्रिचनापली और इस राज्य ने अंग्रेजों की सहायता की । १८०६ में इस दक्षिण में रामनद जिलों से घिरा हुआ है। इसके राज्य में हैदरअली (टीपू० ) के राज्य का कुछ हिस्सा पूर्व में तंजौर का जिला है। प्राचीन समय में इस मिला दिया गया । इस राज्य के ? भाग में वन है । राज्य का उत्तरी भाग चोल राज्य में और दक्षिणी लेकिन यहाँ के वन की लकड़ी बहुत अच्छी नहीं है। भाग पांडव राज्य में शामिल था। कनार्टक की लड़ा इस राज्य की प्रधान फसल धान है। इस राज्य में इयों के समय (१७५२ ) से ही यहाँ के टोंडमान कारबार की कमी है । लेकिन सड़कें अच्छी हैं । प्रधान राजा ने अंग्रेजों की बड़ी सहायता की है। १७५६ में नगर राजधानी पर्दू कोट्टा है । इस राज्य का क्षेत्रफल यहाँ से भोजन भेजा गया और यहाँ के सिपाही ईस्ट- ११७९ वर्गमील जनसंख्या ४ लाख और आमदनी इंडिया कम्पिनी के सेनापति महम्मदयूसूफ के साथ २१ लाख रुपया है। हो गये। हैदरअली और अंग्रेजों की लड़ाइयों में भी
बंगनापल्ली मद्रास प्रान्त का एक छोटा राज्य है। इसका ईस्ट इंडिया कम्पनी को सौंप दी । चोलम(ज्वार) यहाँ क्षेत्रफल २७५ वर्गमील जन संख्या ,५०,००० और की प्रधान उपज है। यहाँ का नवाब ब्रिटिश सरकार आमदनी ३३लाख रुपया है । यह राज्य दो टुकड़ों में को किसी प्रकार का कर नहीं देता है न यह ब्रिटिश बटा हुआ है जो एक बार हैदराबाद से मैसूर में शामिल सरकार के लिये फौज रखता है । इस राज्य की आम- किये गये और फिर मैसूर से हैदराबाद में मिला दिये दनी ३ लाख रुपया है । यहाँ के नवाब को ९ तोपों गये । १८०० ई० में निजामाने इस राज्य की देख भाल की सलामी दी जाती है ।
सन्दूर दक्षिण भारत में सन्दूर ही एक एक ऐसा राज्य का क्षेत्रफल १६७ वर्गमील और जनसंख्या १४,००० है जो ट्रावनकार रेजी डेन्ट द्वारा सीधे भारत सरकार है। यहाँ की आमदनी १३ लाख रुपया है । यहाँ के । सम्बन्ध रखता है । अठारहवीं सदी के आरम्भ में वर्तमान शासक राजा श्रीमन्त यसवन्त राव हिन्दराव मराहठा सरदार सिद्ध जी राव ने इस राज्य को बेदार घोर पादे सेनापति हैं। आप १९०८ में पैदा हुए वंश के एक पालीगर से जीता था। कर्नाटक और १९२८ में गही पर बैठे और १९३० में राजप्रबन्ध की मैसूर की लड़ाइयों ने यहाँ के राजा मरार राव ने बाग डोर अपने हाथों में ली। राज प्रबन्ध के लिये अँग्रेजों का पक्का साथ दिया । १८७६ ई० में ब्रिटिश एक का उन्मल है । कानून बनाने वाली भी एक सभा सरकार ने भी इन्हें राजा मान लिया। इस राज्य में है। जिसमें गैर सरकारी सदस्यों का बहुमत है । सन्दूर मेंगनीज और दूसरे खनिज बहुत हैं । यहाँ के वनों में नगर में चीफ कोर्ट है जिसका सब से बड़ा जज मैसूर की तरह चन्दन के पेड़ पाये जाते हैं। इस राज्य न्यायाधीश कहलाता है ।