पृष्ठ:भूगोल.djvu/३५

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भूगोल [वर्ष १६ सिल्क वीविंग फैक्ट्री, गवर्नमेन्ट एलैक्ट्रिक फेक्ट्रो सोना निकालते थे किन्तु कोलार के सिवा और कोई और सेन्ट्रल इन्डस्ट्रियल वर्कशाप के कारखाने हैं । भी खान नहीं मिली । यही एक ऐसी खान है जहां अब इसके सिवा एक चन्दन का तेल निकालने व अतर तक बरावर सोना निकल रहा है । पहले पहल १८०२ बनाने का भी कारखाना है। भद्रावती में भी एक ई० में लैक्टोनेन्ट जान वारेन ने मैसूर राज्य के पूर्वी बहुत बड़ा कारखाना खोला गया है ! एक पाइप भाग की पड़ताल की। उसके ७० साल बाद मिस्टर फाउन्ड्री पाइप बनाने के लिये खोली गई है। भद्रावती लेवलो ने गवर्नमेन्ट से कोलार जिले की सोने की खानों में सीमेन्ट और काग़ज़ के कारखाने अपना काम बहुत को मानापली ले लो । १८७३ में उसने इसको मैसूर शोघ्र ही आरम्भ करने वाले हैं। इन कारखानों में जेर के लोगों के हाथ सौंप दिया। १८८० और १८८४ सोपा नामक वाटर फाल से बिजली लाई जावेगो जहाँ के वोच कई कम्पनियां बनी और खानों को खोदाई आशा है कि १,००,००० हार्स पावर की विजली तयार का कार्य होने लगा । वे लोग २०० फुट नीचे खोद ले गये । किन्तु कुछ भी लाभ न हुआ तब मैसूर गोल्ड होगी। तथा -मैमूर का प्रसिद्ध शिवसमुद्रम प्रपात । यहीं से बहुमूल्य बिजली तैयार होती है । मैसूर राज्य में आजकल भेड़ पालने पर बड़ा माइनिंग को छोड़ कर सभी बन्द कर दी गई। मिस्टर जोर डाला जा रहा है। राज्य में बहुत मी चरागाहें जान टेनर को कोशिरा से इस कम्पनो का शेष रुपया हैं जहाँ भेड़े चराई जाती हैं। कोलार जिले में एक अन्तिम उद्योग में लगाया गया । १८२५ ई. में संस्था है जो प्रजा को भेड़ पालन के आर्थिक लाभ प्रसिद्ध चैम्पियन लोड ( Champion Lode ) बताती है । इस संस्था में १६० मेम्बर की खान मिली जिससे १,६०,००,००० पौंड का सोना दस हजार भेड़े हैं। तमाम राज्य की भेड़ों को शुद्ध प्राप्त हुआ । मैसूर माइन की सफलता देख कर और बनाने का प्रयत्न किया जा रहा है। मैसूर सरकार ने दूसरी कम्पनियों ने कार्य प्रारम्भ किया। तब से ६ हजार रुपया अफ्रीका से भेड़े मँगाने के लिये मंजूर लगातार इन खानों से सोना अधिक से अधिक संख्या किया है। में निकल रहा है । १९०५ ई० में २३,७३,४५७ पौंड का कोलार की सोने की खाने कच्चा सोना खानों से प्राप्त हुआ। १९३७ में यहां से २,०७,३०६ पौंड का सोना निकाला गया है। इन खानों मैसूर में कई स्थानों पर खोदाई होने से मालूम में मैसूर गोल्ड माइनिंग कम्पनी लिमटेड, चैम्पियन होता है कि प्राचीन समय में भी लोग इस राज्य में रीफ गोल्ड माइन्स आफ इन्डिया लिमटेड, नन्डी ड्रग ।