m राजपूताना भारतवर्ष का अत्यन्त खुश्क प्रदेश एजेन्सी में जोधपुर, जैसलमेर, पालनपुर और दान्ता है । इसका क्षेत्रफल १,३५,००० वर्ग मील है । अली राज्य शामिल हैं । ४–पूर्वी एजेन्सी में बूंदी,भरतपुर, पर्वत इसके एक सिरे से दूसरे सिरे तक जाता है । झालावाड़, करौली और कोटा राज्य शामिल हैं। जो भाग अर्वली के उत्तर-पश्चिम की ओर स्थित है बीकानेर और लिरोही का राजपूताना के एजेन्ट से वह और भी खुश्क है। मरुभूमि होने पर भी इस सीधा सम्बन्ध है। उदयपुर के राना राजपूताना के प्रदेश के लोगों ने अपूर्व वीरता दिखलाई। इसी से सारे राजाओं के शिरमुकुट माने जाते हैं। इस राज- इस वीर भूमि भी कहते हैं। बंश ने कभी अपनी लड़की मुगलों को नहीं दी। इस राज्य की स्थापना ६४६ ई० में हुई। इस राज्य का आजकल राजपूताना में २१ राज्य हैं। प्रबन्ध की ऊँचा नीचा दृश्य बड़ा मनोहर है। जब मेवाड़ के राना दृष्टि से यदि अजमेर-मेरवाड़ा का जिला अलग कर चित्तौड़ की रक्षा न कर सके तो उन्होंने पहाड़ियों से दिया जावे तो शेष बड़ा प्रदेश चार एजेन्सियों में घिरी हुई झील के किनारे उदयपुर नगर बसाया । बँटा हुआ है। १–मेवाड़ एजेन्सी में उदयपुर, इसी से सारे राज्य का नाम भी उदयपुर पड़ गया । वांसवाड़ा, डूंगरपुर, प्रताबगढ़ और कुशलगढ़ के राज्य इस राज्य का क्षेत्रफल १२,९२३ वर्ग मील है । इसको शामिल हैं । २-जयपुर एजेन्सी में अलवर, जयपुर, जनसंख्या ९, ३७,००० और आमदनी ८० लाख रु० किशनगढ़, टोंक और शाहपुरा के राज्य (लव है। उदयपुरी रुपया ब्रिटिश सरकार के रुपये से कुछ रियासत) शामिल हैं। ३–पश्चिमी राजपूताना छोटा होता है
उदयपुर राज्य या मेवाड़ यह राजपूताना में एक देशी राज्य है । इसके फैली हैं। राज्य के पूर्वी भाग में लोहा पाया जाता उत्तर में अजमेर मेरवाड़ा, पूर्व में बूंदी, कोटा, है। ताँबा और शीशा भी कहीं कहीं पाया जाता जावद, निमय, निम्भेग और परतापगढ़, दक्षिण में है। दक्षिण-पश्चिम में बहुत सी छोटी छोटी नदियाँ बाँसवाड़ा, डूंगरपुर, और परतापगढ़, पश्चिम में हैं जो माही कांथा होकर बहती हैं और साबरमता अरावली पर्वत है जो इस राज्य को मारवार और नदो में जाकर मिलती हैं। चम्बल और वानास सिरोही से अलग करता है । यह राज्य २३:४९' उत्तरी प्रधान नदियाँ हैं। अक्षांश से २५.५८° उत्तरी अक्षांश तक और ७३.७' से ७५.५ पूर्वी देशान्तर तक फैला हुआ है। इसका राज्य के भीतर बहुत सो झीलें और तालाब हैं। क्षेत्रफल १२,९४१ वर्गमील है । और जनसंख्या उनमें से अधिक सुन्दर और बड़े जैलमन्द, राज- लगभग १६,११,३७३ है। नगर या राजसमन्द और उदयसागर हैं। जैलमन्द सागर बनाये हुये तालाबों में दुनिया भर में सब से बड़ा इस राज्य का उत्तरी-पूर्वी भाग पठार है। ये तालाब है । यह ९ मील लम्बा और ५ मील चौड़ा है पठार खुले और ढालू हैं। दक्षिणो और पश्चिमी राज नगर सरोवर के बनवाने में ९६ लाख रुपया भाग चट्टानों, पहाड़ियों और जंगलों से घिरे हैं। खर्च हुए हैं । यह ९ मील लम्बा और १३ मील चौड़ा डूंगर से सिरोही तक की भूमि मेवाड़ का पहाड़ी है पिचोला की मीन राजधानी में ही है । उदयपुर प्रदेश कहलाता है । यही अरावली पर्वत की श्रेणियाँ राजधानो पहाड़ी की ढाल पर स्थित है। ऊपर चोटी -