( ११) टाँड कृत राजस्थान। . (१२) शिवसिंह-सरोज । (१३) बुंदेलखंड गजेटियर । (१४) ईलियट कृत मुसलमानों के समय का इतिहास । (१५) लाल कवि कृत छत्र-प्रकाश । (१६) हंटर कृत भारतीय इतिहास । (१७) बनियर के ग्रंथ में औरंगजेब का हाल । (१८) प्रो० यदुनाथ सरकार कृत औरंगजेब तथा शिवाजी। (१६) केळूसकर तथा तकाखव कृत शिवाजी । (२०) मध्य भारत, रीवाँ, पन्ना, ओरछा, छतरपुर, वाँदा ___ तथा हमीरपुर के गजेटियर । (२१) मुंशी श्यामलाल-कृत बुन्देलखंड का इतिहास । (२२) नंदकुमार देव कृत वीरकेसरी शिवाजी । इन सब में केलूसकर महाशय कृत शिवाजी का ग्रंथ बहुत ही प्रशंसनीय तथा सर्वश्रेष्ठ है। सप्तम और अष्टम ग्रंथों से और विशेपतया अष्टम से हमें बहुत सहायता मिली है। छंद सब से अधिक गिल्ला भाई जी वाली प्रति में मिले, परंतु सब से शुद्ध प्रति पं: युगलकिशोरजी वाली पाई गई। तो भी कहना ही पड़ता है कि बहुत शुद्ध कोई भी प्रति न थी और कतिपय तो महा नष्ट भ्रष्ट थीं । अतः हमें अनेक छंद अपनी ओर से सब प्रतियों को मिला कर एवं अपने कंठस्थ छंदों द्वारा संशोधित करने पड़े । कतिपय छंद किसी भी
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