सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:मध्य हिंदी-व्याकरण.djvu/११८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

जोड़े के पुल्लिंग शब्द भाषा में प्रचलित नहीं हैं; जैसे, समी, गर्भवती, सौत, सुहागिन, अहिवाती, धाय । २-संस्कृत शब्द ... २२६-कुछ व्यंजनांत पुल्लिंग संज्ञाओं में "ई" प्रत्यय लगता है; जैसे- हिं. सं०-मू० स्त्री० हि० सं०.--मू० स्त्री० राजा राजन राज्ञी विद्वान् विद्वस् विदुपी युवा युवन् युवती भगवान् भगवत् भगवती श्रीमती हितकारी हितकारिन् हितकारिणी २३०-कई एक प्रकारांत संज्ञाओं में भी; जैसे- . ब्राह्मण-ब्राह्मणी सुंदर-सुदरी पुत-पुत्री गौर-गौरी देव-देवी पंचम-पंचमी कुमार-कुमारी नद-नदी २३१-कई एक संज्ञाओं और विशेषणों में "आ" प्रत्यय लगाया जाता है; जैसे- सुस-सुता पंडित-पंडिता बार-बाला शिव-शिवा . . प्रिय--प्रिया शूद्र-शुदा - २३२-किसी किसी देवता के नाम के आगे "मानो" प्रत्यय लगाया जाता है; जैसे- प्रत्य