पृष्ठ:मनुस्मृति.pdf/२२

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मनु विषयसूची ३०७ राजा कैमे देश में बसे प्रकार के दुर्ग ( खिले ) मा दुर्गा में पहाडी दुर्ग की उत्तमना छहें। दुर्गों में से किन २ के महासे मृगादि कौन बचने है, दुर्ग के लाभ, दुर्ग को सामग्री, उसमें राजगृह और उस में पत्नी सहिन रहना रामा को पुरोहित पवना, प्रामण सत्कार में व्यय किये धनादि की मफलना. सग्राम में काई ललकारे तो गोछे न हटना, युद्ध में न हटने वालों की सहाति, कूटहथियार आदि न लडना नपुसकादि किन २ परस्त्र न चलाना, स्यादिवानुजोरथोडा जाने उसको देना, वे योद्धा लूट मैं ने राजाको भेंट ८- अनन्ध लामादि बेटा, नित्य दएड को उद्यत रम्बना भाटि, छल न करना और समझना, अपने छिद्र छिपाना, शनु के छिह मानना बक, सिंह आदि के सौ वृत्ति रखमा, शवशीकरण, सामादि ४ उपाय, प्रजाको सतानेसे राजा का नाश ६९-११२ राज्यरक्षार्थ देशविभाग करके काम बांटना नीचेक शासक ऊपर वालेका सूचना हैं गजाके देय पदार्थ प्राममा शासक प्राम करे, छोटे बड़े शासकों की कितनी रजात्रिका हो,उन पर गाजमन्त्री दृष्टि रक्वे, बड़े २ नगरों में प्रधान शासक बना रिशवन न चलने देना, छोटे नौकर चार स्त्री आदि की प्रति दिन में मजदूरी देना और बेनन विभाग व्यापारियों से कर लेने का विचार, किस वस्तु पर मिनमा कर लगाना, शिल्पी लोगों से क्या कर ले। घु कछत को .