पृष्ठ:मरी-खाली की हाय.djvu/४९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

"और" "आप देश-घातक है।" "और " "आप कायर हैं, बारामतलब हैं, कष्ट नहीं सह सकते।" "और" "आप देश और देश के बदनसीबों से रुपया ऐंठते "आह ! यहाँ तक, और ?" "आपके कारण पंजाब लज्जित है।" "केवल पंजाब ही न ? शुक्र है । "श्रार्य-समाज आपको अपना सदस्य नहीं मानती।" "अच्छा, मैं कल त्याग-पत्र भेज दूंगा।" "मद्रास अछूतोद्धार के फण्ड में अब एक रुपया भी न रहा ।" "यह लो चैक बुक-जो बैंक में है सभी मेज़ दो।" "सभी" "है ही कितना ५०-६० हजार होगा।" "आप खायेंगे क्या? "तब क्या पंजाब के घरों में मुझे रोटियाँ भी न मिलेंगी ?" "लाला जी ने एक हास्य बढेरा और एक मोवी उप में गिराया ।"