पृष्ठ:महात्मा शेख़सादी.djvu/३७

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सादी की तुलना [१]*'होरेस' से की है। अंग्रेज़ विद्वानों ने उन्हें एशिया के शेक्सपियर की पदवी दी है। इससे विदित होता है कि यूरूप में भी सादी का कितना आदर है। गुलिस्ताँ का लैटिन, फ़्रेञ्च, जर्मन, डच, अंग्रेज़ी, तुर्की आदि भाषाओं में एक नहीं कई अनुवाद हैं। भारतीय भाषाओं में उर्दू, गुजराती, बँगला में उसका अनुवाद हो चुका है। हिन्दी भाषा में भी महाशय मेहरचन्द दास का किया हुआ गुलिस्ताँ का गद्य-पद्यमय अनुवाद १८८८ में प्रकाशित हो चुका है। संसार में ऐसे थोड़े ही ग्रन्थ हैं जिनका इतना आदर हुआ हो।

 

  1. *होरेस यूनान का सर्वश्रेष्ठ कवि माना जाता है।