पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/१४९

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है? अन्दोंने जपाय दिया ----मगर गाशारण युदिनाले आदमी नापाको ओकसा देना ज्यादा पसन्द करते हैं।" शुनो लदोनेक शीलामी मग गादीका किने शुभोंने लिया: Apropos of my son's mr0o our Viralle iriand C. Vyras:how of Salem wrote o lumen::07:ularins, us and added iliac dies only wish is chat s 1110.;h become Hindu.‘at least an elry S.mins. I repedi 2117 m; lindasin wirs wide enougli io cover all great sill005 wameny conversion. I rather icel you think the 7 way." "मेरे लफेकी शादी के मामले सालेगो हमारे पनि गोलगिने एवं बधाओमा पर भेजा । असने शिला तिगेमिना कि लकी दिन्द हो जाय, 'पुर नहीं नो आगंगा की 'पन जाय । न जवाब दिया कि मेरा हिर्ग भिाना निगालपा पनि राप दिना भी सभी बड़े बड़े वाले शुगा गमा मकते है । मेग ग्यपान कि आप भी अंसा ही मानते हैं।" ओक यात और लिपी: "Have you read Countess Tolstoy's Duries? I read them only recently and I feel that they are a revelation of the intelligent woman's soul such as I lave longed to read and have not far read. It is a book which all who are devoted to the woman's cause, should read, mark and inward- ly digest." "काअष्टेस टॉलटॉयकी दायरियाँ आपने पड़ी है ? मैंने अभी ही पदी हैं। मुझे असा लगता है कि अ॒नमें अक बुद्धिमान जीका हृदय प्रगट होता है । जैसी चीज पपनेकी मेरी बढ़ी अिल्छा थी, मगर अभी तक पर नहीं पाया था । जो स्त्रियों के लिअ काम करना चाहते हैं, अन सबको अन्हें पड़ना, चाहिये, अन पर विचारना चाहिये और अन्दै पचाना चाहिये ।" सुपरिटेण्डेण्ट आज खबर लाये कि बापूने जिन अराजनीतिक साथियोंक नाम .मेने थे, अनमेंसे पन्द्रह मंजूर हुड़े हैं और चारके ११-५-२३२ बारेमें बादमें हुक्म आयेगा । पिछले आदमी हैं करमचंद, नरगिसबहन, हीरालाल और दामोदरदास । वल्लभभाीकी डाक्टरी परीक्षाके बारेमें वे मुग्धम कहने लगे कि हम मानते हैं कि यहाँ पूरी व्यवस्था हो सकती है, और निष्णातोंको बुलानेकी जरूरत नहीं है । बापने कहा- १४६ -