पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/२३

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ही नहीं पहुँचा सकता, असे कोी चीज अच्छी नहीं लगेगी । मगर जो खुशीसे पागल होकर नक्षत्रमंडल तक पहुँचनेकी सीढ़ी तैयार करनेका प्रयत्न करें, वे बेभान हैं।" किसीने नीलगिरिसे युकेलिप्टसकी औक बोतल भेजी । असे खुलवाकर सरदारसे कहा " मेरी अंगुली और आपकी नाक दोनोंमें दर्द है, अिसलिओ किसीने जानबूझ कर ही भेजी दीखती है।" फिर अिसलिओ कि अिसे विल्ली न गिरा दे सरदारसे वापने कहा कि असे दूसरी शीशियोंकी जगह न रखकर और किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें। चिट्ठियाँ लिखाते जाते थे । बीचमें मुझसे कहा "तुमने किचनका नाम सुना था न ? वह कहता था कि तू ओक भी बात अती नहीं करता, जिसका कारण न हो ।" मैंने कहा " मैंने यही बात आपके बारेमें की बार कही है। जिसकी अक भी प्रवृत्ति व्यर्थ नहीं हो, वह कारणके बिना कुछ भी नहीं करता ।" फिर बापू बोले बात सही है। मुझे कोणी पूछे कि नाक फलाँ ढंगसे और अमुक जगह क्यों साफ किया, तो असका कारण बता सकता हूँ।"

। श्रीमती नायड्का पत्र आया । मिलने आयी थीं, पर मिलने नहीं दिया भिसलिझे पत्र सुपरिटेण्डेण्टको दे गयीं । दक्षिण अफ्रीकाके बारेमें अन्होंने लिखा 21: A good deal has been achieved there. It was something like striking living water out of obdurate rock. (वहाँ अच्छा काम हुआ है । दुर्भेद्य चट्टानमेंसे पानी निकालने जैसा वह काम था।) और फज़लीके कामकी बहुत बड़ाभी की थी । चापको The most unseeable being -~-अति दुर्लभ-दर्शन प्राणी कहकर पुकारा था। . . को नोटिस मिलनेकी बात 'लीडर में देखनेको मिली । मैंने कहा- "विन सोचा तारा टूट गया ।" बापूने कहा- "सरकारने तोड़ दिया।' आज सवेरे पौने चार बजे झुटनेके बजाय बापू तीन बजे ही झूठ गये । " टंकार तो तीन ही सुनी ।" बापूको घड़ी देखने पर मालूम हुआ कि तीन ही बने हैं, अिसलि कहने लगे " झुठे हैं तो प्रार्थना कर लेना ही ठीक है ।" दातुनपानी और प्रार्थना कर लेनेके बाद चार बजे । नीका पानी और शहद पिया । हररोज चार साडेचारसे साडेपाँच बजे तक बापू और सरदार घूमते हैं। बापूने आज सरदारको चिट्ठी पर लिखा याकीकी नींद पूरी कर लें।" सरदार बोले "नहीं, हम तो आपके पीछे पीछे चलेंगे!" 73 मैंने कहा आप