पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/२९८

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11 "In God is Truth, 'is'certainly does mean' equal to', nor docs it merely mean 'is truthful'. Truth is not a mere attribute of God, but He is That. He is nothing if He is not That. Truth in Sanskrit means Sat. Sat means Is. Therefore Truth is implied in Is. God is, nothing else is. Therefore the more truthful we are the nearer we are to God. We are only to the extent that we are truthful. "The illustration of ben and her chickens is good. But better still is that of the Lord and his Serf. The latter is far from the former because both are mentally so far apart though physically so near. Hence Milton's 'Mind is its own place,' and the Gita's ‘man is the author of his own freedom or bondage.' It is to realize this freedom that I would have us to labour as Pariabs and labourers. “ीश्वर सत्य है, जिसमें 'है' का अर्थ विराबर' है। मगर जिसका अर्थ यह नहीं हो सकता कि अीश्वर सत्यमय है। सत्य भीश्वरका केवल अक गुण या अक विभूति नहीं है, बल्कि सत्य ही अीश्वर है । अगर वह सत्य नहीं है तो कुछ भी नहीं है । सत्य शब्द सत्से बना है। सत्का अर्थ है होना । अिसलि सत्यका अर्थ भी होना हुआ। श्रीश्वर है, दूसरा कुछ भी नहीं है । अिसलिमे हम सत्यके जितने ज्यादा नजदीक हैं, अतने ही औश्वरके ज्यादा नजदीक हैं। जिस हद तक हम सत्यमय हैं, असी हद तक हम हैं । " मुर्गी और असके चोंका अदाहरण अच्छा है | मगर मालिक और असके गुलामका ज्यादा अच्छा है। गुलाम मालिकसे दूर है क्योंकि शरीरसे नजदीक होने पर भी, मनसे अक दूसरेसे बहुत दूर हैं । भिसीलिझे मिल्टनने 'चित्त ही अपना स्थान है', और गीतामें कहा है- ही अपने मोक्ष या बन्धनका कारण है।' यह मोक्ष प्राप्त करनेके लिअ ही मैं कहता हूँ कि हमें परिहा और मजदूरोंकी तरह मेहनत करनी चाहिये।" कहा है- मनुष्य आज जयकर और सप्रूके Consultative Committee (सलाहकार समिति )से भिस्तीफे आ गये। वल्लभभाभी बोले ." दशहरेके १०-७-२३२ दृष्टू दौड़े तो सही !" यह कहावत मैंने पहले नहीं सुनी थी। कल भी जैसी ही कहावत अनकी नबान पर आयी थी कि 'बूढ़ी होकर तो निम्बोली भी पक जाती है जिसमें क्या ?.. कल शामको सरकारकी तरफसे सेंसर होकर डाक आयी । सुसमें कृष्णदासका पत्र २७५