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पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/३२

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लिओ ही न? भिसलिझे खेदका कोओ कारण नहीं है। अकेले रहनेकी कला जिसने नहीं सीखी, वह बाहरके फेर-बदलसे अशान्त होता है। मगर- सत्यनारायणको तो वही पाते हैं, जो अकेले खड़े रहने लायक होते हैं।" अक ब्रह्मचर्य पालनेकी अिच्छा रखनेवाली लड़कीको वाप लिखते हैं : " ब्रह्मचर्यपालनमें सबसे बड़ी चीज भातृ-भावनाका साक्षात्कार करना है। हम सब अक पिताके लड़के-लड़कियाँ हैं । अनमें विवाह कैसे ? खाना केवल औषधरूप, स्वादके लिअ नहीं । मनको और शरीरको सेवाकार्यमें रोके रखना। सत्यनारायणका मनन करना । बाल कटानेका धर्म स्पष्ट हो जाय, तो लोक- लज्जा छोड़कर कटवाना । जीवर-भक्ति के लिओ नित्य सेवामें लीन रहना । " मनोविकार हमारे सच्चे शत्रु यह समझकर नित्य युद्ध करना । इसी युद्धका महाभारतमें वर्णन है लोजानमें God is Truth (ओवर सत्य है) और Truth is God (सत्य ओवर है) पर जो प्रवचन किया था, असी चीजका बच्चोंको लिखे पत्रमें बढ़िया ढंगसे जिक्र है : " अीश्वरकी मेरी व्याख्या याद है ? औश्वर सत्य है यह कहनेके बजाय में यह कहता हूँ कि सत्य भीश्वर है । मुझे हमेशा असा नहीं सुझा था । सूझ तो चार-अक वर्ष पहिले ही पड़ी मगर अनजानमें ही मेरा बर्ताव अिसी किस्मका रहा है । अीश्वरको मैंने सत्यके ही रूपमें जाना है। अक समय भैसा था, नत्र भीस्वरकी इस्तीके विषयमें शका थी। मगर सत्यकी हस्तीके बारेमें कभी नहीं थी । यह सत्य केवल जड़ गुण नहीं बल्कि शुद्ध चैतन्यमय गुण है। वही राज्य करता है, अिसलि भीश्वर है । यह विचार दिलमें पैठ गया हो, तो तुम्हारे दूसरे सवालोंका जवाब अिसीमें आ जाता है । मगर परेशानी हो तो पूछ लेना। मेरे लिखे तो यह अनुभवगम्य जैसा है ! 'जैसा' भिसलिझे कहता हूँ कि मैंने सत्यदेवका साक्षात्कार नहीं किया है। सिर्फ झाकी हुी है । श्रद्धा अटल है।" आजकी खबरों परसे बापूको औसा लगा कि आस्ट्रेलियाके प्रधान मन्त्रीको डुबानेका पडयन्त्र अक Imperialist Conspiracy (साम्राज्यवादी साजिश) है । आस्ट्रेलियामें मज़दूर दलका प्रभाव है, यानी समाजवादका प्रभाव है; और समाजवाद या साम्यवादका मुकाबला करनेके लिअ आजकल Imperialism (साम्राज्यवाद) या Facism (फासिज़म) है । मालूम होता है आजकल जिसका प्रचार हो रहा है । दक्षिण अफ्रीकामें यही हुआ है न ? Jameson Raid (जेमीसन रेड ) के पीछे अिसके सिवा और क्या था ? वह तो क्रुगरका मन्त्री महाअष्टावधानी और चाणक्य-जैसा था । अिसलि विरोधीके सारे दावा २७