पृष्ठ:महादेवभाई की डायरी.djvu/६५

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अिस युवकने न्यायाधीशके सामने कहा " मुझे कुछ भी सफाी नहीं देनी है । मैंने ग्रांड डयूककी विधवाके सामने दिल खोलकर बातें कह दी हैं । अिसकी गवाही वे खुद ही देगी ।" अब अक तीसरे आतंकवादीका चित्र देखिये । जिस आदमीने असे चित्र खींचे हैं, वह क्या बंगालको नहीं समझ सकता होगा ? " अिस रहस्यमय व्यक्ति - बोरिस सावियाकोव - से ज्यादा गहरी छाप मेरे दिल पर और किसीकी नहीं पड़ी। वह प्रावर विचारक था । असकी दलीलोंके सामने रूप रीतरिवाज, प्रचलित विचारपद्धतियाँ वगैरा चूर चूर हो जाती थीं। वह हृदयवेधक लेखक था। पाठकोके दिलमें अलौकिक भावोंकी ज्वाला जगा सकता था । वह असाधारण साहसी था । कैसा भी भयंकर षड्यंत्र हो, वह असका नेता बन जाता था । अिस अक्लान्त योजकके जादूके सामने बहुत कम लोग टिक सकते थे । वह और असका भाजी साविनकोर सेंट पिटर्सबर्गके विश्व- विद्यालयमें पढ़ते थे । वहाँसे अिन दोनोंको दूसरे बहुतोंके साथ कजान चौकमें राज्यविरोधी प्रदर्शन करने पर पुलिसने पकड़ लिया । लन्दनके छात्र स्टैण्डके सामनेसे नारे लगाते हुओ की बार निकलते हैं, जिससे ज्यादा अिन नौजवानोंने कुछ नहीं किया था। मगर सेट पिटर्मवर्गमें तो जैसी मामूली-सी बातका भयंकर परिणाम हो गया । अिन युवकोंका बाप न्यायाधीश था । असे नौकरीसे अलग कर दिया गया और वह पागल होकर मर गया । बड़े भाीको साअिबेरियामें देशनिकाला दे दिया गया, जहाँ असने आत्महत्या कर ली। बोरिस जेलसे भागकर फाँसीसे बच सका । जरा बड़ी भीड़ अिकट्ठी हुओ, थोड़ा गोर मचा और दो विश्वविद्यालयके विद्यार्थियोंने अद्दण्डता दिखाअी, बस अितनेसे अक मुग्वी कुटुम्ब दया माया विहीन चक्करमें फंस गया ! अक लड़का बचा। वह दिलमें जहर और हाथमें बम लेकर रास्तों पर भटकने लगा। दम बरस तक कितने ही भयंकर षड्यंत्रोंमें असका नाम घसीटा जाता रहा । वों तक पड्यंत्रों के अपने साथियोंक ६ शब्दोंकी रटन्तमें असका तेज और मृटम भावनाओंवाला चित्त अवस्य हो गया । वह अपने मनसे पूछने लगा कि शिम वनग्वगवीसे क्या होगा ? हिंसा करना अचित है या नहीं ? अगर हिमा अपित है, तो फिर लड़ामीमें सामनेवाले आदमीको मारनेमें और खून करनेमें मोजी फर भी या नहीं? अगर हिंसा झुचित न हो तो फिर युद्ध, मामूली दाया और प्रोड व्युक जैसी की जान लेना, यह सब बराबर ही बुरा नहीं माना जायगा ? अपनी जिन ांकाओं और अपने हृदयमन्यनको भिमने खुद ही अपनी दो विलमग पुन्नको 'दि पेल हॉर्म' (The Pale Horse) और दि टेल ऑफ बॉट वान नॉट' (The Tale of IVhat was ~