बाप्प बोले - 1 अच्छा लिखा है। 'बा' तो गांधीकी पत्नी थीं अिसलिले अन्हें 'सी से बदलकर 'अ'में रख दिया, नहीं तो ६० वर्षकी दूसरी कोभी औरत होती तो 'सी' में ही रहती न ? यह सुनकी दलील अच्छी है । मगर सबसे बढ़िया तो यह है । सेम्युअल हारके लिओ वे लिखते हैं कि हिन्दुस्तानमें जब यह सब कुछ हो रहा है, तब सेम्युअल 'स्केट' करता है! कारवाँ और अस पर भोंकनेवाले कुत्तोंका अिसका रूपक अलटा अिसी पर चाहे लागू न हो, मगर यह देखना कि कहीं यहाँका कारवाँ मितना आगे न बढ़ जाय कि फिर कुछ सुधारनेकी गुंजायश ही न रहे और सिर्फ कुत्ते ही भोंकते रह जायें यह कह कर अन्होंने होरको 'सावधान' कहा है। "बस, यह तो फिरोजशाह मेहता जैसी बात हुभी । अन्हें दक्षिण अफ्रीकाकी लड़ाभीकी कोभी परवाह नहीं थी, मगर जब बाको पकड़नेकी खबर मुनी, तो अन्हें आग लग गयी और अन्होंने टासुन हालका प्रसिद्ध भाषण दिया। पोलकसे बा वाली बात बर्दाश्त नहीं हुी, अिसलिओ यह लिखा है।" वल्लभभाओ बा की बात असी है, जो किसीको भी चुभेगी। वा तो अहिंसाकी मूर्ति है। असी अहिंसाकी छाप मैंने और किसी स्त्रीके चेहरे पर नहीं देखी । अनकी अपार नम्रता, अनकी सरलता किसीको भी हैरतमें डालनेवाली है।" यापू ." सही बात है, वल्लभभाी । मगर मुझे वाका सबसे बड़ा गुण असकी हिम्मत और बहादुरी मालूम होती है । वह जिद करे, क्रोध करे, श्रीग्यां करे, मगर यह सब जाननेके बाद आखिर दक्षिण अफ्रीकासे आजतककी उसकी कारगुजारी देवें, तो असकी बहादुरी बाकी रहती है।" मुबह ' के संक्षिप्त संस्करणके ग्रूफ देखते हुओ मैंने बापते पूछा " आपने अपनी माताके अकादशी, चातुर्मास, चान्द्रायण वगैरा कठिन प्रतोंका जिक्र किया, मगर आपने शन्द तो saintliness (पवित्रता) अिस्तेमाल किया है । यहाँ आप पवित्रताके बजाय तपस्चयां नहीं कहना चाहते ? अस हालतमें austerity शुन्द नहीं लिया जायगा ?" "नहीं, मैंने पवित्रता जानवृलकर अिस्तेमाल किया है । तस्नया में नी बादरी त्याग, सहनशीलता और आदम्बर भी हो सकता है । मगर पवित्रता तो भीतरी गुग है। मेरी माताके आन्तरिक जीवनी परछाी शुभकतपस्नयन पाती थी। मुनमें जो कुछ भी पवित्रता देग्यने हो, वह मेरे शि: न, किन्तु मेरी माँकी है । मेरी माँ नालीम वांकी अनमें गुजर गयी म भित्रो में अमकी मी जवानी देवी । लेकिन मैंने असे कभी अगला या पया या गुछ भी चौक या आटम्बर करनेवाली नहीं देती। नगामी वाताहार मदान लिने रह गयी है ।" आत्मकथा या कहने लगे -
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