पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/११२

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108 / महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली "अच्छा यह जो नियम किया गया है कि जिस देश पर चढ़ाई की जाय उसके निवासियों को, चढ़ाई करने वालों की सहायता करने के लिए, लाचार नहीं करना चाहिए, उसकी कहाँ तक पाबन्दी हुई थी। क्या आपके देशवासियों से जबरदस्ती काम लिया गया था"? "शाही घराने के एक राजकुमार से इटलीवालों ने अस्तबल में काम कराया और इतना सख्त काम लिया कि वह मर ही गया । सबसे काम लिया गया; कोई नहीं छोड़ा गया" । "आशा है, ये जो नये नियम बनाये जा रहे हैं उनकी पाबन्दी अब पहले से अधिक होगी" । तथास्तु [विसम्बर, 1907 को 'सरस्वती' में प्रकाशित । असंकलित ।