पृष्ठ:महावीरप्रसाद द्विवेदी रचनावली खंड 4.djvu/३८९

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विस्यूवियस के विषम स्फोट-1 /385 इमारतें सब जैसी की तैसी निकली हैं। उनमें रक्खा हुआ सामान भी बहुत सा निकला है। मनुष्यों की ठठरियाँ भी पाई गई हैं। 1800 वर्ष के पहले रोमन लोगो के इतिहास को पाम्पियाई ने प्रत्यक्ष कर दिया है। उस पर अनेक पुस्तकें लिखी गई है और अब तक लिखी जा रही हैं। उनमें लिखे गये वर्णन बहुत ही मनोरंजक है । उस समय इटली वालो के मकान कैसे थे; उनके रहने की रीति कैसी थी; उनके घरो में किस प्रकार का सामान रहता था; उनके आमोद-प्रमोद किस प्रकार के थे-इत्यादि वातों का पता पाम्पियाई से खूब लगा है। कभी बुराई से भी भलाई निकलती है । विस्यूवियस के स्फोट से यदि पाम्पियाई दब न जाता तो प्रायः दो हजार वर्ष पीछे अपने पूर्व रूप में वह क्यों दिखलाई देता? [जनवरी, 1905 की 'सरस्वती' में प्रकाशित । 'प्रबंध-पुष्पांजलि' में संकलित ।]