पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/२०१

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६}} आदिम देहात ] वज्ञिकृत मकरण । कविताकाल--१७६० चिचरंया-दीन श्रेणी ! नाम-(६३१) सलाल पुँदैनंदी। जन्मकलि----१७३३। कविताकाल–। चियर-धीत धे। नान--(६२२) रामराय भगवान के 1 अन्य–छुट पद। कविता ---१६० । विचरण—ये महाशय कडू के राजा थे । नाम-(६३३) जमभाली । अन्धभगयत व्रत का हिन्दी अनुवाद । झांघेताकलि-१७६१ के पूर्ने । नाम (६३४) अनुजलील लिगराम। मुन्–फुट । जन्माष्ठ-१७३८ । पविताकाल–१७६५। विपर—मार'गज्ञेव के दरबार में थे। माम२६ २५) कनक । जन्नकाल–१० । कविताका-४६५।