पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद २.pdf/३४०

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दास-काल ] उत्तरात प्रकरण । ७५३ नाम(७६८) नंदास ॥ थ-(१) मानलीला, (२) यशळींदा । रचनाकाल-१७९९ के पूर्व । नाम (७६६) कवीन्द्र नरवर मुंदेलखंड बार्छ । अन्य—सदोष । रचनाकाल-१७९९। नाम-(७९७०) पत्रमसि ६ कायस्थ, मैड़छा। अन्य नेता की कथा । रचनाकाल—१९९९ विवरण द्या चापाई । मधुसूदनदास से न्यून । एक अन्य स्वाध्याय गद्म छत्रपूर में वैज्ञा । ति हरियश की गद्दी में फिसी ने सं० १८०० में रचा है नाम-(७७१) अलाफुली । अन्ध-फुट । धनकाल–१८०० के लगभग ।। धधरण—एक बार भरतपुर के सूरजमल से रहे थे। नाम (७७२) कल्यान पुजारी। अन्य-वैल। रचनाकाल-१८०० ( अन्दाजी ) । विवरण अन्य प्रपूर मैं देखा। साधारण १ । नाम-(७७३) जळाल।