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मिश्रबंधु
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मिश्रबंधु-विनोद
विवरण- -साधारण श्रेणी।
नाम-( २२३/०५ ) अडकूलाल वैद्य (ब्राह्मण सनाढ्य),
ललितपुर (झांसी)।
जन्म-काल-सं० १९०८।
कविता-काल-सं० १६३० ।
विवरण-दीवान विजयवहादुरसिंह ननौरा के सं० १६६१ वि८
से १६८२ वि० तक मुख़्तार रहे । अव अवकाश ग्रहण कर ललितपुर में रहते हैं
ग्रंथ-पारजात-रामायए।
उदाहरण-
निगमागम शारद शेष सदा;
निर अंतर भाप स्वयंभु मुदा ।
गजराज उबारनहार प्रभो ;
दुर ग्राह विदारन राम नमो।
स्वर भी स्वर सू स्वर पाल हरी;
जन जान सुदामह धान करी।
भृगुराम अनंत अनंत गती;
जय दीनदयाल अपार मती।
मख रूप निरूप अनूप तनं;
अति अद्भुत कांति सुश्याम घनं ।
कह राममुकुंद गुबिंद प्रणं ;
इम बंदि सुरेश गए भवनं ।
नाम-(२०६/१४) बनवारीलाल मिश्र, लालूचक, भागलपुर ।
जन्म-काल-सं० १६०२ ।
रचना-काल-अनुमानतः सं० १६३० ।