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मिश्रबंधु

१८४ मिश्रबंधु-विनोद सं० २१ नाम---( ४२६५ ) ब्रजमोहनशरण (अष्ठाना) रचना-काल-लगभग सं० १९७५ ग्रंथ-( १ ) भिखारी और भगवान , (२) द्रौपदी-दिग्दर्शन, (३) भोज-परिचय । सब अप्रकाशित हैं । ईश्वर-प्रार्थना के स्फुट बहुसंख्यक पद्य । विवरण -औरास जिला उन्नाव के नवीन कवि हैं। नाम-( ४२६६ ) भगवतीप्रसाद, कलकता। विवरण- ---आप गद्य-ग्रंथकार तथा कवि हैं। [ यह महाशय हमें पं० झावरमल्लजी त्रिवेदी द्वारा ज्ञात हुए हैं ] नाम--( ४२६७) भगवानबख्श (श्रीकर ) राजा । विवरण-इटौंजा, लखनऊ । पाँच साल तक राज्य किया। सं० १९८८ में देहांत हुआ। पाप कविता तथा गान-विद्या के विशेष प्रेमी थे। नास-( ४२६८) महेशनाथ शर्मा, लखनऊ। जन्म-काल-लगभग सं० १९४८ । रचना-काल-सं० १९७५ । विवरण-आप लखनऊ से प्रकाशित होनेवाले दैनिक 'आनंद' के संपादक एवं विनोद-प्रिय, उत्साही सज्जन हैं । राजनीतिक आंदो- लन में कई बार जेल-यात्रा भी कर चुके हैं। नाम-( ४२६६ ) मातादीनसिंह गौतम विशारद, दुगरेई, फतेहपुर । जन्मकाल-सं० १९४६ । रचना-काल-लगभग सं० १९७५ ग्रंथ--(१) श्रोसवाल सुधार, (२) बाइविल की पोल, ( ३) गौतम-विचार-तरंग। विवरण-यह राजपूत-कुलोत्पन्न कुँवर कोदीसिंह के पुत्र तथा