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मिश्रबंधु

सं० १९७५ उत्तर नूतन हिंदी, उर्दू, संस्कृत, फारसी और मारवाड़ी आदि भाषाओं के अच्छे ज्ञाता है। कुछ समय तक आप बीकानेर-राज्य में अध्यापक थे। बाबू गोवर्धनदास, अध्यापक स्टेट-स्कूल, बीकानेर द्वारा ज्ञात ] उदाहरण- नहीं ग़ज़नवी का यहाँ अव सितम है। न ग़ोरी के हम्लों क खौफोखतर है। नहीं कर तुग़लक क दौरा जमी पर: न तुर्को क जोरोजफा कुछ यहाँ पर । दौर दौराऽध औरंगशाही; अकवर कि तेगोतबर की तबाही। सदीयों से बिछुड़े हुए हैं जो भाई : उन्हें अब गले हस लगावेंगे श्राई । उठो हिंदुःश्रो ! काम करके दिखाओ शुधी में रुपैयों के तोड़े लुटायो । 'मतादीन' की तुम सुनो अर्ज भाई : धरम काम है देशो थोड़ी कमाई। नाम-(४२७०) मुकुंदवल्लभ । जन्म-काल-सं० १९५०। ग्रंथ-स्फुट पद। विवरण-राधावल्लभी। नाम--(४२७१ ) मुरलीधर पांडेय । जन्म-काल-सं० ११२। ग्रंथ-~-(.) पूजा-फल, (२) हृदय-दान, (३) शैलवाला, (४) लच्छमा, (२) परिश्रम । विवरण-बालपुर, जिला विलासपुर-निवासी चिंतामणि पांडेय

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