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सत्याग्रहकी मीमांसा


निश्चित कर लिया जाय। मेरे कहनेका केवलमात्र यही अभि. प्राय था कि यह दुर्घटना जिस प्रकार हुई है उसे देखकर यही कहा जा सकता है कि मानों इसकी पहलेसे तैयारी की गई थी और वह सुसङ्गठित थी।उस सभामें मैंने जो कुछ कहा था केवल अहमदाबादके लिये कहा था क्योंकि उस समयतक मुझे अन्य स्थानोंको घटनाओंका कुछ भी पता न था और न मुझे यही मालूम था कि विरामगांवमें क्या दुर्घटना हुई है। मैं इस बातको स्वीकार करता हूँ कि घटनावलीका देखकर यही कहना पड़ता है कि यह उपद्रव सुसङ्गठित था पर उससे किसी तरह भी व्यक्त नही होता कि क्रान्तिके किसी तरहके भाव लोगोंके दिलमें जमे बैठे थे। अन्तमें मेरा यह कहना है कि एक बात आप लोगोंको मदा ध्यानमें रखना चाहिये कि मैं उस समय जनताको निर्भम्ना दे रहा था न कि किसी पुलिसके अफसरके सामने गवाही दे रहा था।


यदि मिस्टर गाइडरका यह कहना है कि मैंने अपराधियोंके नाम छिपाये और एकका भी नाम नहीं बतलाया तो वे मेरे प्रति घोर अन्याय करते हैं और इस यातको भूल जाते हैं कि मेरा क्या उद्देश्य था और साथ ही वे "सुसङ्गठित” शब्दपर अनुचित जोर दे रहे है। जनताने इतना भीषण उपद्रव क्यों मचाया, यह बुरा आचरण क्यों किया? इसका एक मात्र कारण श्रीमती अनुसूया साराभाईकी गिरफ्तारीका भ्रमपूर्ण सम्वाद था। अहमदाबादमें कुछ लोगोंका एक दल है जिन्होंने