सदस्य विश्वसनीय नहीं हैं। निदान जब तीन हिन्दुस्तानियों को भी स्थान मिला तब जनता का विश्वास उनपर जमा। जिस समय कमेटी पंजाब में जांच कर रही थी उस समय अखिल भारत वर्षीय कांग्रेस सब कमेटी ने लार्ड हण्टर से प्रार्थना की कि यथेष जमानत लेकर जांच तफ के लिये पंजाब के बड़े नेताओं को क्यानादि देने तथा मुकदमें में सहायता देने के लिये छोड़ दिया जाय। पर लार्ड हण्टर ने साफ इनकार कर दिया। यह जनता के विश्वास पर प्रथम कुठाराघात था। बचा बचाया विश्वास-यदि किसी के हृदय में कुछ रह गया था-रिपोर्ट के प्रकाशित होने के साथ ही उड़ गया। जो परिणाम निकला उससे यही कहना पड़ता है कि कांग्रेस कमेटी ने भाग न लेकर मच्छा ही किया। कांग्रेस कमेटी ने जो रिपोर्ट तैयार की है उसे पढ़कर स्पष्ट विदित हो जाता है कि हएटर कमेटी ने जान बम.कर क्यों उसे इनकार किया?
तीनों हिन्दुस्तानी सदस्यों ने अपनी अलग रिपोर्ट तैयार की है जिसे अल्प मत की रिपोर्ट कहते हैं। यह हएटर कमेटी की रिपोर्ट रूपी मरुस्थल में जलाशय के समान है। इन हिन्दुस्तानी सदस्यों को निन कठिनाइयों का सामना करना पड़ा और जिस दढ़ता और साहस के साथ उन्होंने उन कठिनाइयों को भेलते हुए भी अपने कर्तव्य का पालन किया उसके लिये सारा देशन का हता है और पे धन्यावाद के पात्र हैं। वे अपने कर्तव्य का और भी पूरी तरह से पालन किये होते यदि वे सत्याग्रह