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( जून ३०,१९२० )
मुसलमान प्रतिनिधियोंका डेपुटेशन बडे लाटकी सेवामें खिलाफतके लिये अपील करनेके लिये उपस्थित हुआ था। इसमें निम्नलिखित प्रधान मुसलमान नेता थे:-मिस्टर मजहरुल हक, मिस्टर याकूब हसन, मौलाना अब्दुल बारी, मिस्टर शौकत अली, मिस्टर आजाद।
सुन्नी मुसलमानोंको अधिकांश संख्याने आपकी सेवा में
उपस्थित होने के लिये हमलोगोंको भेजा है। हमलोगोंने तुकीके
साथ की गई सन्धिकी शर्तों को अच्छी तरह पढ़ा और विचार
किया है। हमलोगोंने देखा है कि ये शर्ते मुसलमानोंके
धार्मिक भावों पर कठोर आघात करती हैं। प्रधान मन्त्रीने
जो वचन दिया था और जिस वचन पर भरोसा करके भार-
नमें मुसलमान रङ्गकट भर्ती किये गये और भेजे गये उनको
एकदमले तोड़ दिया गया है। हमलोगोंको पूर्ण आशा है
कि ब्रिटिश साम्राज्य-जो संसारमें सबसे बड़ी मुसलमान
शक्ति है --खिलाफतकी प्रतिनिधि तुर्की साम्राज्य के साथ उसी
यरहका व्यवहार नहीं करेगी जैसा विजेता साधारण विखित
शक्तिके साथ करता है। यह निःसङ्कोच खीकार किया जा
मकता है कि किसी किसी अंशमें तुकोंके साथ जो व्यव.