पृष्ठ:रश्मि-रेखा.pdf/१२१

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रश्मि रेखा हमारी क्या होली ? क्या फाग ? हमारी क्या होली ? क्या फाग १ -यहाँ जा लगी हृदय में आग। मत लाओ गुलाल भर झोरी रहने दो यह रा किसी गुलाबी मुख की सस्मृति आएगी उठ जाग अरे क्या होली ? कैसी फाग! मत कहना हम से कि खिले हैं वन वन किंशुक फूल स्मृति में आ जाएगा उनका अरुण नयन मदराग आज क्या होली? कैसी फाग ?