पृष्ठ:रश्मि-रेखा.pdf/१३६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

रश्मि रेखा धूमिल तव चित्र, प्राण, शत शत चुम्बन से है धूमिल तव चित्र प्राण उस पर अंकित है मम विमलम्भ कल्प-मान धूमिल तव चित्र माण। छवि को आधार बने कितने दिन बीत गए । कितने ही ग्रीष्म गए कितने क्षण शीत गए तुम बिन ये काल खण्ड इतने विपरीत गए हम ये दिन काट चुके धरत तव रुधिर ध्यान शत-शत चुम्बन से है धूमिल तव चित्र प्राण ।