पृष्ठ:रश्मि-रेखा.pdf/७६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

रश्मि रेखा मधु पराग नासा में छाया स्मृति के खुले किंवार विगत और आगत भावों को रखू सवार 1 प्राणधन यह मदभत्त बयार । ( a) शीतल मन्द सुगथ पौन भी हिय को रही विदार यह ले आई है झझा का निमम हा हाकार 1 प्राणपन यह मदमत्त बयार। केद्रीय कारागार परेकी दिनांक ६ अगस्त १९ }