पृष्ठ:रश्मि-रेखा.pdf/९४

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रश्मि रेखा पावस-पीडा मेधा आमो मोरे अगना मेरे पिंजरे के शुकदेव दुन्दुमि आज बजाओ हाँ आज तम मगल गाओ हाँ मेरे साजन माज पधारे सहसा आए मेरे द्वारे मम लोचन-तारे मैं जीती पिय हारे हारे । ओ दल बादल के अम्बार । मूसलाधार गिराओ हाँ मेधा आओ मोरे अंगना दुमि आज बजाओ हाँ १७