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रस-मीमांसा

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२६६ स्वतंत्र विषयः । मन के वेग । अन्य अन्तःयुक्त भाव करण्-वृत्ति मानसिक शारीरिक अवस्था अवस्था गर्व, लजा, आवेग, अमर्ष, | शंका,स्मृति मति, दैन्य, मद,जड़ता, श्रम, अपस्मार, असूया। अवहित्था, चिंता, वितर्क । उग्रता,मोह,स्वप्न, मरण, निद्रा, औत्सुक्य, (आशा,(नैराश्य । अलसता उन्माद, विबोध, व्याधि ।। . त्रास, हर्ष, विषाद। ( विस्मृति ) ! संतोप, चपलता, निर्वेद ।। (मृदुलता), धैर्य, असंतोष, ग्लानि स-मीमा