पृष्ठ:राजसिंह.djvu/४८

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श्य पहिला अंक कदम तख्ते मुरालिया पर दीने इस्लाम के लिये मुबारक हों। { जाते हैं। बादशाह सल्तनत एक बोझा है और बादशाह उसे ढोने वाला गधा। ये दीन के अन्धे मुल्ला सबसे ज्यादा खतरनाक हैं। मगर इनसे ज्यादा वे मग़रूर राजपून हैं जो हर तरह बर्बाद होने पर भी अपनी अकड़ छोड़ना नहीं जानते । उदयपुर का राजा एक अँगारा है। अगर जोधपुर के राठौर उससे मिलगये तो सल्तनत के लिये खतरनाक तूफान खड़ा करेंगे। एक वार अजमेर की ज्यारत के बहाने इनको देखना होगा। (बड़बड़ाता हुआ जाता stro