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की जो अफीम तैयार होती है, वह बहुत साधारण श्रेणी की अफीम होती है और अच्छी अफीम के मुकाबले में उसकी लगभग आधी कीमत होती है। सस्ती होने के कारण राजपूत और दूसरे लोग इसी अफीम का सेवन करते हैं। उत्तम श्रेणी की न होने के कारण इस सस्ती अफीम के सेवन से स्वास्थ्य को अधिक क्षति पहुँचती है।1 1. अफीम के व्यवसाय के सम्बन्ध में मूल लेखक कर्नल जेम्स टॉड ने अपने ग्रंथ में कुछ नहीं लिखा । सिवा इसके कि अनेक स्थलों पर राजपूतों के अफीम सेवन का उल्लेख किया हो और उसे बहुत हानिकारक समुझा हो । अफीम का व्यवसाय और सेवन इन राज्यों में किस प्रकार बढ़ा है, उसको उपयोगी समझ कर यहाँ लिखा गया है।-अनुवादक 531